Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2022 · 1 min read

नव जागरण

जागे तो सही
देश की जनता!
भाग खड़े होंगे
संता-बंता!!
बुद्धिजीवियों से
थर्राते हैं
लोक तंत्र के
सारे हंता!!

Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
178 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मौहब्बत जो चुपके से दिलों पर राज़ करती है ।
मौहब्बत जो चुपके से दिलों पर राज़ करती है ।
Phool gufran
I love sun
I love sun
Otteri Selvakumar
आसमाँ .......
आसमाँ .......
sushil sarna
ये ज़िंदगी भी ज़रुरतों से चला करती है,
ये ज़िंदगी भी ज़रुरतों से चला करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"बगैर तुलना के"
Dr. Kishan tandon kranti
अनचाहे फूल
अनचाहे फूल
SATPAL CHAUHAN
राखी
राखी
Ramesh Kumar Yogi
आ कान्हा तुझे तिलक लगाऊँ भजन अरविंद भारद्वाज
आ कान्हा तुझे तिलक लगाऊँ भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
ये कटेगा
ये कटेगा
शेखर सिंह
किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर
किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर
Anand Kumar
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
।। नीव ।।
।। नीव ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मैं मज़ाक नही कर रहा हूं
मैं मज़ाक नही कर रहा हूं
Harinarayan Tanha
Outsmart Anxiety
Outsmart Anxiety
पूर्वार्थ
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
Keshav kishor Kumar
‘बेटियाँ’
‘बेटियाँ’
Vivek Mishra
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
surenderpal vaidya
*सौभाग्य*
*सौभाग्य*
Harminder Kaur
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
Kanchan Khanna
■ जंगल में मंगल...
■ जंगल में मंगल...
*प्रणय*
जन्मोत्सव अंजनि के लाल का
जन्मोत्सव अंजनि के लाल का
ललकार भारद्वाज
भूमि भव्य यह भारत है!
भूमि भव्य यह भारत है!
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
इनका एहसास खूब होता है,
इनका एहसास खूब होता है,
Dr fauzia Naseem shad
*आजादी तो मिली मगर यह, लगती अभी अधूरी है (हिंदी गजल)*
*आजादी तो मिली मगर यह, लगती अभी अधूरी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
-वतन के वास्ते जीओ वतन के वास्ते मर जाओ -
-वतन के वास्ते जीओ वतन के वास्ते मर जाओ -
bharat gehlot
ग़ज़ल-ईश्क इबादत का बयां होता है
ग़ज़ल-ईश्क इबादत का बयां होता है
Dr. Alpana Suhasini
*महफिल में तन्हाई*
*महफिल में तन्हाई*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नववर्ष (व्यंग्य गीत )
नववर्ष (व्यंग्य गीत )
Rajesh Kumar Kaurav
2664.*पूर्णिका*
2664.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रथ्वी पर स्वर्ग
प्रथ्वी पर स्वर्ग
Vibha Jain
Loading...