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25 May 2024 · 1 min read

‘बेटियाँ’

: बेटियाँ :
—————

ईश्वर् का वरदान
स्नेह का उपहार
संपूर्ण क़ुटुम्ब की अरदास
जीवन में ज़िंदगी बन आती है ;
‘’ बेटियाँ ‘’

चहकती है, चिड़ियों सी
होती नाज़ुक कलियों सी
भोली बातो में संवेदना सी
विपदाओं में हौसला सी
महक समेटतीं उपवन् सी
घर-आँगन महकाती है ;
‘’बेटियाँ ‘’

जीने का सर्वश्रेष्ठ ढंग
अपनत्व, ममत्व का स्नेहिल रंग
निडर, निर्भीक, साहस का सहज़ संग
माँ-पापा की नेमत, अज़मत , रहमत
हर घर का रौनक़ है ;
‘’ बेटियाँ ‘’

— विवेक मिश्रा

Language: Hindi
1 Like · 15 Views
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