Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Apr 2021 · 1 min read

नवरात्रि का प्रथम दिन

नवरात्रि का प्रथम दिन भी – कितना पावन,
कितना सुन्दर होता है।

हिन्दुस्तान में हिन्दू इस पर्व को कितना सुन्दर मनाते है।
बच्चे कितना सुखद दिखाई पड़ते है।

बच्चे भी नवरात्रि के पावन पर्व पर शामिल रहते है।

कवि – मृत्युंजय
दिनांक – १३/०४/२०२१
समय – १४:५०(Pm)
सम्पर्क – ९०६५३८८३९१

1 Like · 385 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तेरे भीतर ही छिपा,
तेरे भीतर ही छिपा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*छह माह (बाल कविता)*
*छह माह (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हिन्दी के हित
हिन्दी के हित
surenderpal vaidya
सुंदरता के मायने
सुंदरता के मायने
Surya Barman
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
माँ दया तेरी जिस पर होती
माँ दया तेरी जिस पर होती
Basant Bhagawan Roy
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
डोर
डोर
Dr. Mahesh Kumawat
कविता के मीत प्रवासी- से
कविता के मीत प्रवासी- से
प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा
#drArunKumarshastri
#drArunKumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
साधक
साधक
सतीश तिवारी 'सरस'
■ मिसाल अटारी-वाघा बॉर्डर दे ही चुका है। रोज़ की तरह आज भी।।
■ मिसाल अटारी-वाघा बॉर्डर दे ही चुका है। रोज़ की तरह आज भी।।
*प्रणय प्रभात*
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
Sukoon
लौट कर फिर से
लौट कर फिर से
Dr fauzia Naseem shad
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
कवि दीपक बवेजा
3220.*पूर्णिका*
3220.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
शेखर सिंह
विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Neeraj Mishra " नीर "
हर मोड़ पर ,
हर मोड़ पर ,
Dhriti Mishra
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
Dr Meenu Poonia
तू आ पास पहलू में मेरे।
तू आ पास पहलू में मेरे।
Taj Mohammad
इंसानियत
इंसानियत
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बन गए हम तुम्हारी याद में, कबीर सिंह
बन गए हम तुम्हारी याद में, कबीर सिंह
The_dk_poetry
★ किताबें दीपक की★
★ किताबें दीपक की★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
मुक्तक... हंसगति छन्द
मुक्तक... हंसगति छन्द
डॉ.सीमा अग्रवाल
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
Loading...