Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2021 · 2 min read

नवपदार्पण

जीवन यात्रा की अड़सठ पायदानों से गुजर कर नूतन पायदान में पदार्पण पर ईश्वर का हार्दिक आभार ,
समस्त हितचिंतकों जिनकी शुभकामनाओं , गुरुओं के सानिध्य ,एवं बड़े बूढ़ों के प्रदत्त संस्कारों एवं आशीर्वाद जिनसे जीवन निर्वाह निर्बाध संभव हुआ का हृदय तल से साधुवाद ,
जिनसे विगत वर्षों में कुछ खुशियों के पल , कुछ दुःखद स्मृतियों को संजोए जीवन पथ पर नवस्फूर्ति से अग्रसर होने की प्रेरणा का संचरण संभव हुआ ,
जीवन यात्रा में जो भी मिला उसे नियति का पुरस्कार समझ ग्रहण कर लिया ,
स्वार्थ , द्वेष , क्लेष एवं संताप को हृदय में पनपने न दिया ,
सकारात्मक भाव , स्वस्थ आचार विचार एवं व्यवहार को मान एवं सम्मान दिया ,
जीवन में स्वस्थ जीवन शैली का पालन किया ,
दुराग्रह , व्यसन , एवं दुर्भावना से निरापद मनस को पोषित रखने का प्रयास किया ,
सद्भावना से अंतर्मन में छिपे में प्रतिशोध रूपी दानव का नाश कर क्षमा भावना का विकास किया ,
स्वअस्तित्व की स्वतंत्रता एवं आत्म सम्मान भाव को संकल्पित किया ,
न्याय का सदैव साथ देकर अन्याय का विरोध किया ,
कुटिलता की भृर्त्सना की एवं सदैव सच्चरित्र का
गुणगान किया ,
आतता से निर्भीक होकर सामना किया एवं आतंकवादी प्रवृत्तियों का नाश किया ,
आत्ममंथन से अपने विचारों संस्कारों एवं मूल्यों को परिष्कृत रखने का प्रयास किया ,
अंधी दौड़ में संलग्न न होकर स्वरचित जीवन मार्ग प्रशस्त रखने का प्रयास किया ,
छद्म , छल कपट एवं आत्मवंचना का सदैव तिरस्कार किया ,
भाग्य पर विश्वास न कर कर्म प्रधान जीवन निर्वाह करने स्वयं को बाध्य किया ,
अभिलाषाओं एवं आकांक्षाओं का काल्पनिक उड़ानों से परे सामर्थ्य के धरातल पर स्वआकलन किया ,
ईश्वर से कामना है , कि मुझे सद् बुद्धि प्रकाशित
जीवन पथ पर सतत् अग्रसर रहने का अवसर प्रदान करे ।

Language: Hindi
5 Likes · 14 Comments · 291 Views
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
Ravikesh Jha
संकल्प शक्ति
संकल्प शक्ति
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
विरक्ती
विरक्ती
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
ज़िन्दगी दर्द का
ज़िन्दगी दर्द का
Dr fauzia Naseem shad
कोई किसी के लिए कितना कुछ कर सकता है!
कोई किसी के लिए कितना कुछ कर सकता है!
Ajit Kumar "Karn"
सबकुछ है
सबकुछ है
Rambali Mishra
***
*** "आज नदी क्यों इतना उदास है .......? " ***
VEDANTA PATEL
विषय -'अनजान रिश्ते'
विषय -'अनजान रिश्ते'
Harminder Kaur
*नमन गुरुवर की छाया (कुंडलिया)*
*नमन गुरुवर की छाया (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
सत्य कुमार प्रेमी
ज़िंदगी...
ज़िंदगी...
Srishty Bansal
दोहा- सरस्वती
दोहा- सरस्वती
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नशा किस बात का है।
नशा किस बात का है।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जिस यात्रा का चुनाव हमनें स्वयं किया हो,
जिस यात्रा का चुनाव हमनें स्वयं किया हो,
पूर्वार्थ
एक दिन
एक दिन
हिमांशु Kulshrestha
कर्मफल
कर्मफल
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सिंदूर 🌹
सिंदूर 🌹
Ranjeet kumar patre
कुछ दूर और चली होती मेरे साथ
कुछ दूर और चली होती मेरे साथ
Harinarayan Tanha
"सम्भव"
Dr. Kishan tandon kranti
ढूंढने निकले हैं तब लोग मुझे।
ढूंढने निकले हैं तब लोग मुझे।
*प्रणय*
‘पथ भ्रष्ट कवि'
‘पथ भ्रष्ट कवि'
Mukta Rashmi
मंद बुद्धि इंसान,हमेशा मद में रहते
मंद बुद्धि इंसान,हमेशा मद में रहते
RAMESH SHARMA
मूहूर्त
मूहूर्त
Neeraj Agarwal
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
Abhishek Soni
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
gurudeenverma198
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
दोहे
दोहे
seema sharma
रावण
रावण
Dr.Pratibha Prakash
4914.*पूर्णिका*
4914.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...