नवपदार्पण
जीवन यात्रा की अड़सठ पायदानों से गुजर कर नूतन पायदान में पदार्पण पर ईश्वर का हार्दिक आभार ,
समस्त हितचिंतकों जिनकी शुभकामनाओं , गुरुओं के सानिध्य ,एवं बड़े बूढ़ों के प्रदत्त संस्कारों एवं आशीर्वाद जिनसे जीवन निर्वाह निर्बाध संभव हुआ का हृदय तल से साधुवाद ,
जिनसे विगत वर्षों में कुछ खुशियों के पल , कुछ दुःखद स्मृतियों को संजोए जीवन पथ पर नवस्फूर्ति से अग्रसर होने की प्रेरणा का संचरण संभव हुआ ,
जीवन यात्रा में जो भी मिला उसे नियति का पुरस्कार समझ ग्रहण कर लिया ,
स्वार्थ , द्वेष , क्लेष एवं संताप को हृदय में पनपने न दिया ,
सकारात्मक भाव , स्वस्थ आचार विचार एवं व्यवहार को मान एवं सम्मान दिया ,
जीवन में स्वस्थ जीवन शैली का पालन किया ,
दुराग्रह , व्यसन , एवं दुर्भावना से निरापद मनस को पोषित रखने का प्रयास किया ,
सद्भावना से अंतर्मन में छिपे में प्रतिशोध रूपी दानव का नाश कर क्षमा भावना का विकास किया ,
स्वअस्तित्व की स्वतंत्रता एवं आत्म सम्मान भाव को संकल्पित किया ,
न्याय का सदैव साथ देकर अन्याय का विरोध किया ,
कुटिलता की भृर्त्सना की एवं सदैव सच्चरित्र का
गुणगान किया ,
आतता से निर्भीक होकर सामना किया एवं आतंकवादी प्रवृत्तियों का नाश किया ,
आत्ममंथन से अपने विचारों संस्कारों एवं मूल्यों को परिष्कृत रखने का प्रयास किया ,
अंधी दौड़ में संलग्न न होकर स्वरचित जीवन मार्ग प्रशस्त रखने का प्रयास किया ,
छद्म , छल कपट एवं आत्मवंचना का सदैव तिरस्कार किया ,
भाग्य पर विश्वास न कर कर्म प्रधान जीवन निर्वाह करने स्वयं को बाध्य किया ,
अभिलाषाओं एवं आकांक्षाओं का काल्पनिक उड़ानों से परे सामर्थ्य के धरातल पर स्वआकलन किया ,
ईश्वर से कामना है , कि मुझे सद् बुद्धि प्रकाशित
जीवन पथ पर सतत् अग्रसर रहने का अवसर प्रदान करे ।