Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2017 · 1 min read

नवगीत

लौट आओ गाँव अब तुम

सुन रहा हूँ इस तरह कुछ
हो चला है और मधुरिम
आपसी संबंध
लौट आओ गाँव अब तुम

अब सटे हैं
प्रेम-पर्यक
बटी रस्सी की तरह
हो गये हैं
नीड़ पावन
घाट अस्सी की तरह
लग रहा है बन चुका फिर
अनुनयी संवाद संगम
अनुशयी तटबंध
लौट आओ गाँव अब तुम

शब्द के स्वर
की कशिश को
कुछ विटामिन धूप देती
मेघमाला
को चटकई
इन्द्रधनुषी रूप देती
उपक्रिया का चयन अभिमत
लहर का अनुवाद रिमझिम
अनुभवी अनुबंध
लौट आओ गाँव अब तुम

अवसरों की
मिली अनुमति
के खिले अनुपत्र अभिनव
सुबह हँसमुख
शाम सुरभित
संधि के नव सत्र संभव
हर जगह है हर्ष मुखरित
हो गया प्रतिरोध मद्धिम
अवयवी प्रतिबन्ध
लौट आओ गाँव अब तुम

शिवानन्द सिंह ‘सहयोगी’
मेरठ

Language: Hindi
614 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नेता
नेता
Punam Pande
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन  आगे बढ़  गया, पीछे रह गए संग ।
जीवन आगे बढ़ गया, पीछे रह गए संग ।
sushil sarna
एक दिन में तो कुछ नहीं होता
एक दिन में तो कुछ नहीं होता
shabina. Naaz
चुभते शूल.......
चुभते शूल.......
Kavita Chouhan
भावनाओं की किसे पड़ी है
भावनाओं की किसे पड़ी है
Vaishaligoel
भूले से हमने उनसे
भूले से हमने उनसे
Sunil Suman
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
ruby kumari
बात जुबां से अब कौन निकाले
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
सदा के लिए
सदा के लिए
Saraswati Bajpai
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
Mahender Singh
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
पूर्वार्थ
पवित्र मन
पवित्र मन
RAKESH RAKESH
कोई उम्मीद किसी से,तुम नहीं करो
कोई उम्मीद किसी से,तुम नहीं करो
gurudeenverma198
सफल लोगों की अच्छी आदतें
सफल लोगों की अच्छी आदतें
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
दीवानी कान्हा की
दीवानी कान्हा की
rajesh Purohit
शायरी
शायरी
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
Phool gufran
प्रयास
प्रयास
Dr fauzia Naseem shad
भारत सनातन का देश है।
भारत सनातन का देश है।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
आदमी की आँख
आदमी की आँख
Dr. Kishan tandon kranti
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
#अब_यादों_में
#अब_यादों_में
*Author प्रणय प्रभात*
2848.*पूर्णिका*
2848.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
समय सबों को बराबर मिला है ..हमारे हाथों में २४ घंटे रहते हैं
समय सबों को बराबर मिला है ..हमारे हाथों में २४ घंटे रहते हैं
DrLakshman Jha Parimal
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
Shweta Soni
ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम्
ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मनोकामना
मनोकामना
Mukesh Kumar Sonkar
तुम्हे तो अभी घर का रिवाज भी तो निभाना है
तुम्हे तो अभी घर का रिवाज भी तो निभाना है
शेखर सिंह
Loading...