Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2019 · 1 min read

नर्म लाल लहू से अधर

भानु सी अंगीठी में तप रहे हैं
अंगार सी गर्म सांसें उगल रहें हैं
उसके नर्म लाल लहू से अधर
व्याकुल हैं मिलने को मेरे अधर
जो हैं अशांत,अतृप्त, झुलसे हुए
वियोग की चलती झुलसती लू से
पिंघला देंगे मेरे अंदर का लावा
जो जमा हुआ है मेरी भुपर्पटी पर
वर्षों से तरसता उसके अनुराग को
जो मिलते ही कर देंगे क्षत विक्षत
मेरे प्यासे बहकते तन बदन को
उसके अंगारों से दहकते अंग प्रत्यंग
सांसों की उष्मा और तन की खुश्बू
और अकस्मात प्रेम अनुराग प्रहार
हर्षोल्लास,मंद मंद मद्धिम मुस्कान
मुखमंडल पर बदलते हाव भाव
और चेहरे का गुलाबी होता रंग
प्रेम बरसात में भिगो देंगे सर्वस्व
कर देंगे खंडित काया को विखंडित
उडेल देंगे जमाने भर की खुशियाँ
मेरे मन मन्दिर के बिल्कुल अंदर
कर देंगे अपूर्ण प्रेमिल स्वप्नों को पूर्ण
और कर देंगे मुझे पूर्णिमा के चाँद सा
शालीन,शान्त,सहज,सरस और तृप्त
और छोड़ जाएगी फिर वो मुझे
इस निष्ठुर,निर्दयी संसार में अकेला
अपनी रंगीन,मदहोश यादों के सहारे
दी हुई खुशियों और प्रेम अनुभूति संग
शेष जीवन को जीने के लिए

सुखविंद्र सिंह मनसीरत

Language: Hindi
1 Like · 236 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
Gouri tiwari
एकांत मन
एकांत मन
TARAN VERMA
2597.पूर्णिका
2597.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
रोशनी का पेड़
रोशनी का पेड़
Kshma Urmila
सँविधान
सँविधान
Bodhisatva kastooriya
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
कोई इंसान अगर चेहरे से खूबसूरत है
कोई इंसान अगर चेहरे से खूबसूरत है
ruby kumari
किसी के दर्द
किसी के दर्द
Dr fauzia Naseem shad
किस्मत
किस्मत
Vandna thakur
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
दो धारी तलवार
दो धारी तलवार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
किसी को उदास पाकर
किसी को उदास पाकर
Shekhar Chandra Mitra
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
करीब हो तुम मगर
करीब हो तुम मगर
Surinder blackpen
Tumko pane ki hasrat hi to thi ,
Tumko pane ki hasrat hi to thi ,
Sakshi Tripathi
कुछ हासिल करने तक जोश रहता है,
कुछ हासिल करने तक जोश रहता है,
Deepesh सहल
माँ
माँ
Anju
आँखें उदास हैं - बस समय के पूर्णाअस्त की राह ही देखतीं हैं
आँखें उदास हैं - बस समय के पूर्णाअस्त की राह ही देखतीं हैं
Atul "Krishn"
*** रेत समंदर के....!!! ***
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
......?
......?
शेखर सिंह
तलाश
तलाश
Vandna Thakur
4-मेरे माँ बाप बढ़ के हैं भगवान से
4-मेरे माँ बाप बढ़ के हैं भगवान से
Ajay Kumar Vimal
बचपन -- फिर से ???
बचपन -- फिर से ???
Manju Singh
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक उम्र
एक उम्र
Rajeev Dutta
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लतिका
लतिका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आज़ाद
आज़ाद
Satish Srijan
"सियासत का सेंसेक्स"
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...