Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2023 · 1 min read

नये वर्ष का भाग्य

————————–
दिन, महीने, वर्ष।
सत्ता संघर्ष।
पुन: गिड़गिड़ाएगा आदर्श।

पल,छिन,घड़ी।
स्वनाम धन्य मढ़ी।
पुन: करेगा गड़बड़ी।

लोभ,ईर्ष्या,स्वार्थ।
लक्षित रहेगा पदार्थ।
इंसान भुलाता रहेगा परमार्थ।

शांति हेतु प्रार्थना।
विफल रहेगा मानना।
जन्मेगा पुन: नयी प्रताड़ना।

अभिमान और अहंकार।
गलियों में गुजरेगा साकार।
जश्न मनाएगा पुन: संहार।

विषाद,व्यथा,दर्द।
सम्पूर्ण और अर्द्ध।
निगलता रहेगा पुन: मर्द।

अपना अपना भय।
खुद से खुद का पराजय।
आदमीयत पुन: करेगा क्षय।

मन और तन की नग्नता।
धर्म व संप्रदाय की भग्नता।
बनाए रखेगा पुन: संलग्नता।

हथियारों के नए नस्ल।
उगाये जाएंगे जैसे कि फस्ल।
आदमी के शक्लों से निकलेंगे
पुन: नए-नए शक्ल।

आँसू,आह और मर्मांतक कराह।
क्रंदन,विलाप अथाह।
हर रौशनी को करेगा पुन: स्याह।

असमंजस में रिश्ते।
गरीबी अमीरी के भिड़ते।
जैसे रहे रिसते पुन: रहेंगे रिसते।

स्वर्ग-सुख की भावना।
अच्छे दिनों की कामना।
मरेगी इनकी पुन: संभावना।

सुख की अदम्य चाहना।
‘होगी कभी स्याह ना’।
होगी कुंठित पुन: ये धारणा।
————————————–
अरुण कुमार प्रसाद 01/01/23

Language: Hindi
112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अर्ज किया है
अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
ख़ान इशरत परवेज़
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
Sahil Ahmad
जानता हूं
जानता हूं
Er. Sanjay Shrivastava
रास्ते में आएंगी रुकावटें बहुत!!
रास्ते में आएंगी रुकावटें बहुत!!
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-407💐
💐प्रेम कौतुक-407💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
धर्म, ईश्वर और पैगम्बर
धर्म, ईश्वर और पैगम्बर
Dr MusafiR BaithA
मेरे जीने की एक वजह
मेरे जीने की एक वजह
Dr fauzia Naseem shad
नींबू की चाह
नींबू की चाह
Ram Krishan Rastogi
3084.*पूर्णिका*
3084.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
असफल कवि
असफल कवि
Shekhar Chandra Mitra
■ चाह खत्म तो राह खत्म।
■ चाह खत्म तो राह खत्म।
*Author प्रणय प्रभात*
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
धरती पर स्वर्ग
धरती पर स्वर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लिया समय ने करवट
लिया समय ने करवट
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
Rajesh vyas
"सब्र"
Dr. Kishan tandon kranti
ढोना पड़ता देह को, बूढ़ा तन लाचार (कुंडलिया)
ढोना पड़ता देह को, बूढ़ा तन लाचार (कुंडलिया)
Ravi Prakash
कसूर उनका नहीं मेरा ही था,
कसूर उनका नहीं मेरा ही था,
Vishal babu (vishu)
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
singh kunwar sarvendra vikram
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
Dr.Pratibha Prakash
** सपने सजाना सीख ले **
** सपने सजाना सीख ले **
surenderpal vaidya
गुरु
गुरु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रभु जी हम पर कृपा करो
प्रभु जी हम पर कृपा करो
Vishnu Prasad 'panchotiya'
मैं उसी पल मर जाऊंगा
मैं उसी पल मर जाऊंगा
श्याम सिंह बिष्ट
कुप्रथाएं.......एक सच
कुप्रथाएं.......एक सच
Neeraj Agarwal
शब्द वाणी
शब्द वाणी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
Shweta Soni
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...