नया साल
2/1/2020
वर्ष नवल तुम यूँ आना
सावन की नन्ही बूंदो से
कलुष सभी मिटा जाना
खिल खिल जाए पात खुशी से
निखरी निखरी धूप में
वर्ष नवल तुम यूँ आना
खोखली परंपराओं की लीक हटा
अंधविश्वासों की कड़ियां तोड़
विश्वासों के उजासों से
तुम एक रौशनी ले आना
वर्ष नवल तुम यूँ आना –
गम तो हो पर गम सहने को
साथ खड़ा एक संबल हो
दुख दर्दो में रोने को
कंधा एक सबल देना
वर्ष नवल तुम यूँ आना –
हाथों में ले हाथ
एक दूजे पर करें विश्वास
कठिन राह को पार करें
यूँ संबल हो
विश्वासों का अम्बर हो
वर्ष नवल तुम यूँ आना –
हिंसा का छोड़ के तांडव
प्यार की टोली ले आना
खेले सब प्यार की होली
मन का बैर मिटाना
वर्ष नवल तुम यूँ आना-
आशाओं के राग सजाएं
और क्षितिज पर एक धनक
मानवता पर विश्वास
रचें प्रीत की परिभाषाएं
वर्ष नवल तुम यूँ आना-
मीनाक्षी भटनागर
स्वरचित