नया साल कर जाए कमाल
आज तुम जुदा हो रहे हो _ भविष्य बन जाओगे ।
नई किरण के साथ घर आंगन सुंदर चमकाओगे ।।
______ कल से हमारी बदले चाल ।
______नया साल कर जाए कमाल ।।
कितने बिछड़े मिले है कितने _हिसाब सारा लगाया है ।
कुछ नया हम करते ही जाएं _जवाब दिल से आया है ।
________भेदभाव का छूटे बवाल ।
_____ नया साल कर जाए कमाल ।।
जन _ जन के मन में सदा ही _ भाव एकता का आए ।
जाति धर्म का भेद रहे न _ स्वभाव समता का पाएं ।।
_______बन जाए एक दूजे की ढाल ।
_____ नया साल कर जाए कमाल ।।
_राजेश व्यास “अनुनय “