Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।

ग़ज़ल

1222/1222/1222/1222
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
शहर जैसा नहीं तो क्या हमारा गांव अच्छा है।1

वहां की धूल मिट्टी याद आती नाव कागज की,
वो करना चाहता है सब जो मेरे दिल में बच्चा है।2

हमारे प्राथमिक स्कूल जिसमें जा के पढ़ते थे,
अभी भी याद गुरुजन टाट-फट्टे पाटी-बस्ता है।3

जो थे शैतान औ’ र शैतानियों पर खूब हॅंसते थे,
वो साथी याद आते है, यहां अब कौन हॅंसता है।4

जहां पर आज भी सुख दुख में शामिल होते हैं हम सब,
वहां इंसान का इंसान से अब तक भी रिश्ता है।

मैं प्रेमी हूं मुझे प्यारी है अपनी सरजमीं अब भी,
मेरा है गांव जैसा है वो मेरे दिल में बसता है।6

………✍️ सत्य कुमार प्रेमी

1 Like · 188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all
You may also like:
"मेरे तो प्रभु श्रीराम पधारें"
राकेश चौरसिया
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
Anand Kumar
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हिंदी दोहे विषय- मंगल
हिंदी दोहे विषय- मंगल
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आदिवासी कभी छल नहीं करते
आदिवासी कभी छल नहीं करते
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
"18वीं सरकार के शपथ-समारोह से चीन-पाक को दूर रखने के निर्णय
*प्रणय*
दुनिया के मशहूर उद्यमी
दुनिया के मशहूर उद्यमी
Chitra Bisht
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
Shweta Soni
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
Dr fauzia Naseem shad
3923.💐 *पूर्णिका* 💐
3923.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कचनार
कचनार
Mohan Pandey
बाल कहानी विशेषांक
बाल कहानी विशेषांक
Harminder Kaur
परिसर खेल का हो या दिल का,
परिसर खेल का हो या दिल का,
पूर्वार्थ
बदलती जिंदगी की राहें
बदलती जिंदगी की राहें
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"जलन"
Dr. Kishan tandon kranti
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना।
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना।
सत्य कुमार प्रेमी
मुफ्त की खुशियां
मुफ्त की खुशियां
Kshma Urmila
Day moon
Day moon
Otteri Selvakumar
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*रामपुर की अनूठी रामलीला*
*रामपुर की अनूठी रामलीला*
Ravi Prakash
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
पंकज परिंदा
मिलन
मिलन
Bodhisatva kastooriya
एक सच और सोच
एक सच और सोच
Neeraj Agarwal
No love,only attraction
No love,only attraction
Bidyadhar Mantry
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
वक़्त हमें लोगो की पहचान करा देता है
वक़्त हमें लोगो की पहचान करा देता है
Dr. Upasana Pandey
* राह चुनने का समय *
* राह चुनने का समय *
surenderpal vaidya
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सत्य साधना
सत्य साधना
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...