Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।

ग़ज़ल

1222/1222/1222/1222
नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।
जहां में घट रहा अच्छा-बुरा है कुछ न कुछ हर दिन।1

ज़रूरत भर को मालिक दे रहा है ख़ुद ब ख़ुद सबको,
यहाॅं इंसान फिर भी मांगता है कुछ न कुछ हर दिन।2

यहाॅं हर शख़्स नफ़रत बांटता है आज दुनियां में,
मगर बस प्यार मां ने ही दिया है कुछ न कुछ हर दिन।3

सतत महनत से ही मिलता है फल जो चाहते हैं सब,
वही पाया है मंजिल जो चला है कुछ न कुछ हर दिन।4

मुझे प्रेमी ने दी थी जो कली इक प्यार में तोहफा,
वो तोहफा फूल बनकर खिल रहा है कुछ न कुछ हर दिन।5

………✍️ सत्य कुमार प्रेमी

195 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all
You may also like:
2122/2122/212
2122/2122/212
सत्य कुमार प्रेमी
क्या लिखूँ
क्या लिखूँ
Dr. Rajeev Jain
4772.*पूर्णिका*
4772.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गणतंत्र का जश्न
गणतंत्र का जश्न
Kanchan Khanna
एक पल सुकुन की गहराई
एक पल सुकुन की गहराई
Pratibha Pandey
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
शेखर सिंह
बेटी
बेटी
नूरफातिमा खातून नूरी
फकीर का बावरा मन
फकीर का बावरा मन
Dr. Upasana Pandey
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
Dr fauzia Naseem shad
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
Manisha Manjari
भरोसे का बना रहना
भरोसे का बना रहना
surenderpal vaidya
"तर्के-राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चलना हमारा काम है
चलना हमारा काम है
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
प्यासे को
प्यासे को
Santosh Shrivastava
नश्वर संसार
नश्वर संसार
Shyam Sundar Subramanian
अधर घटों पर जब करें,
अधर घटों पर जब करें,
sushil sarna
ग़ज़ल _ तुम नींद में खोये हो ।
ग़ज़ल _ तुम नींद में खोये हो ।
Neelofar Khan
due to some reason or  excuses we keep busy in our life but
due to some reason or excuses we keep busy in our life but
पूर्वार्थ
😢लिव इन रिलेशनशिप😢
😢लिव इन रिलेशनशिप😢
*प्रणय*
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
Sunil Suman
"मैं मजाक हूँ "
भरत कुमार सोलंकी
मोक्ष पाने के लिए नौकरी जरुरी
मोक्ष पाने के लिए नौकरी जरुरी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"मीठी यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
Subhash Singhai
मेरी लाज है तेरे हाथ
मेरी लाज है तेरे हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उस बाग का फूल ज़रूर बन जाना,
उस बाग का फूल ज़रूर बन जाना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Phool gufran
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
फ़ैसले का वक़्त
फ़ैसले का वक़्त
Shekhar Chandra Mitra
Loading...