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8 Nov 2018 · 1 min read

नया उजयारा

जले दीप जल जाय हिन्द के दुश्मन दंश ,
नेह प्रीत का बंधन आँगन ओटा मिले ।

प्रेम जोत तेरी फैले भारत मन मंदिर ,
विषधर सीमा बैठे खोजत नहि मिले ।

नव आलोक चमके विश्व गहन तिमिर ,
नीके नया उजयारा फहरे नभ तले ।

नये साल का जशन हर पल मिल-जुल,
खुशी मनाये अवनि अम्बर गले मिले ।

शेख जाफर खान

Language: Hindi
9 Likes · 12 Comments · 315 Views
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