नयन
नयन है निश्चल इसमें
न कोई छल
पर प्रकट मन आत्मा
में हर एक पल
ये ही प्रेम की राह
दिखाते फिर हृदय
में सपने सजाते हैं
हट का कारण
है नयन हृदय
का संतोषकारक
है नयन
नयन ही मत है
नयन ही तन है
नयन ही वीणा हैं तो
नयन ही कल है
नयन है निश्चल इसमें
न कोई छल
पर प्रकट मन आत्मा
में हर एक पल
ये ही प्रेम की राह
दिखाते फिर हृदय
में सपने सजाते हैं
हट का कारण
है नयन हृदय
का संतोषकारक
है नयन
नयन ही मत है
नयन ही तन है
नयन ही वीणा हैं तो
नयन ही कल है