नफरत
नफरत के गुण :-
नफरत की दुनिया मे जीना आसान नहीं
हर जगह हर तरफ चारो दिशाएॅ कहे
कोई कहे तुम अच्छी नही हो
कोई कहे तुम सुन्दर नही
कोई कहे तुम झगड़ती हो
कोई कहे तुम ईर्ष्यालु हो
कोई कहे स्वभाव तेरा खराब है
कोई कहे तुम जलती हो
कोई कहे लालची हो
कोई कहे गन्दी हो
कोई कहे चरित्रहीन हो
कोई कहे घमण्डी हो
कोई कहे वाचाल हो
कोई कहे कपटी हो
कोई कहे चापलूसी हो
कोई कहे जिद्दी हो
कोई कहे पागल हो
कोई कहे खर्चीली हो
कोई कहे चोरनी हो
कोई कहे धुर्त हो
कोई कहे कलुषित हो
कोई कहे मायावी हो
कोई कहे अछूति हो
कोई कहे झूठी हो
कोई कहे उच्छृकंल हो
कोई कहे काली हो
कोई कहे बदजूबानी हो
कोई कहे पतिता हो
कोई कहे चपलता हो
कोई कहे जादूगरनी हो
कोई कहे आलसी हो
कोई कहे चालुचीज हो
कोई कहे कंजुस हो
कोई कहे रिश्वतखोरी हो
कोई कहे भ्रष्टाचारी हो
कोई कहे जमाखोरी हो
कोई कहें कृतघ्नी हो
नफरत कहता गुण मेरे देखो
जो ले लेता है वह बहुत पछताता है
न इहलोक मे ना परलोक में
शान्ति कभी नही पाता है
कहता तो नहीं पर कहता हूॅ
मुझ से ना जूड़े कोई ।।
******ममता गिनोड़िया ***