Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Nisha Garg
18 Followers
Follow
Report this post
30 Apr 2020 · 1 min read
नफरत
हम सोचते रह गये , नफरत करेंगे भले ही थोड़ी सी, ?
और नादाँ दिल सरेआम उनसे प्यार करता गया। ?
“`
Language:
Hindi
Tag:
ग़ज़ल/गीतिका
Like
Share
3 Likes
· 507 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़,
डी. के. निवातिया
तुम हो कौन ? समझ इसे
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
!! युवा मन !!
Akash Yadav
सीख
Sanjay ' शून्य'
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
..............
शेखर सिंह
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मौन
निकेश कुमार ठाकुर
मेरा होना इस कदर नाकाफ़ी था
Chitra Bisht
ख्वाब टूट जाते हैं
VINOD CHAUHAN
बह्र .... 122 122 122 122
Neelofar Khan
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
संवरना हमें भी आता है मगर,
ओसमणी साहू 'ओश'
मज़लूम ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
She's a female
Chaahat
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
कृष्णकांत गुर्जर
कोई नी....!
singh kunwar sarvendra vikram
■ जल्दी ही ■
*प्रणय*
समस्त देशवाशियो को बाबा गुरु घासीदास जी की जन्म जयंती की हार
Ranjeet kumar patre
चंद्र मौली भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
Acharya Rama Nand Mandal
मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण ।
sushil sarna
"सँवरने के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
जय लगन कुमार हैप्पी
4809.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिखा दो
surenderpal vaidya
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
कवि रमेशराज
*यह भगत सिंह का साहस था, बहरे कानों को सुनवाया (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
Loading...