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22 Jan 2022 · 1 min read

नज़्म

नज़्म

मेरा इक़ामत छोटा ही सही, मुझे रहने की इस्तिजारत नहीं,
न मुझको इक़ामत इस्तहाके में है मेरा पूरी इफ़ाजत है सही।

मैं कभी भी अफसुर्दगी समझता ना कोई मेरे साथ करता है,
क्योंकि मैं उफ़्ताद नहीं हूं थोड़ा सा इफ़ाका जरूर हूं‌।

मेरा इकामत ही बहारिस्तान है उसी मैं बहबूदी,
मैं बहादुर हूं बहरामंद हूं शानदार हूं पर बिहिशती नहीं ।

परहेजगारी हूं समझता हूं परहेजगार को,
परवर मेरा खुदा करे यह परवाना खुदा को ।

परिंदे जीतनी उम्र मेरी कब उड़ जाऊं पता नहीं,
खान मनजीत का परी चेहरा यूं बिल्कूल व्याकुल नहीं ।

खान मनजीत भावड़िया मजीद
गांव भावड , गोहाना ( सोनीपत )-१३१३०२
फोन ९६७१५०४४०९

Language: Hindi
312 Views

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