नए साल में
जां मेरी ले आना नए साल में,
फिर छोड़ न जाना नए साल में,
अरे यार ! भूल गया , माफ़ करदे,
देखना यही बहाना नए साल में,
छोर देना अब बहाने ऐ यार,
रुख से नकाब उठाना नए साल में,
भूल सब पिरानी बातें , और खिलखिला,
फिर होगा रूठना मनना नए साल में
ये जो चाल तुम्हारी क़यामत सी है,
इसको और न बढ़ाना नए साल में,
छोड़ आऊँगा सारी दुनिया नए साल में,
तुम बस प्यार जताना नए साल में,
होगा सारे आलम पर अपना ही कब्ज़ा,
मेरी परवाज़ देखना नए साल में,
“साहिब” दिल खूब चाहेगा नए साल में,
बस तुम साथ निभाना नए साल में,