नए साल में हर हाल में, हम मुस्कुराएंगे
नए साल में हर हाल में, हम मुस्कुराएंगे
आऐंगी फिर से बहारें, जश्न फिर से मनाएंगे
जिंदगी फिर गर्दिशों से, बाहर आएगी
नए साल की नई नई सुबह, जब मुस्कुराएगी
गए साल के बादल अंधेरे, भाग जाएंगे
गीत जब जीवन के मिलकर, गाये जाएंगे
भोर होगी फिर सुनहरी, नए राग आएंगे
फिजा फिर होगी सुहानी, दुख भूल जाएंगे
किसी भी सूरत में कभी, रफ्तार ये थमती नहीं
गाड़ी है जीवन की सुरेश, ये कभी रुकती नहीं
नए वर्ष की बहुत-बहुत बधाइयां हार्दिक शुभकामनाओं सहित।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी