नई आजादी
हमारी कोई कमजोरी है
तभी तो भ्रष्टाचार फैलाने वाले
जी रहे हैं
सफेदपोशियों के रूप में
देशवासियों का लहू
पी रहे हैं
हमारा इतिहास धूमिल हो रहा है
सफेदपोशियों का अंत
नहीं धो पाएगा इसे
गली-गली इंसानियत का लहू
तो हम देख ही रहे हैं
उठो बेनकाब कर दो
उन सफेदपोशियों को
असली चेहरा सामने आते ही
होगा हमारी कमजोरी का अंत
और हम पहुंच पाएंगे
नई आजादी की ओर
तब हम एक साथ
मिलकर कहेंगे
जय हिन्द
✍️_ राजेश बन्छोर “राज”
हथखोज (भिलाई), छत्तीसगढ़, 490024