राधा का प्रेम कहें भक्ति कहें उनका नाम कृष्ण से जुदा हो नहीं
......तु कोन है मेरे लिए....
वक्त के संग हो बदलाव जरूरी तो नहीं।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*शुभ रात्रि हो सबकी*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"बिना माल के पुरुष की अवसि अवज्ञा होय।
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
जब मुझको कुछ कहना होता अंतर्मन से कह लेती हूं ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
एक नम्बर सबके फोन में ऐसा होता है
आडम्बरी पाखंड
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
‘तेवरी’ अपना काव्यशास्त्र स्वयं रच रही है +डॉ. कृष्णावतार ‘करुण’
बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक "रामपुर के रत्न" का लोकार्पण*
जीऊं जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ
शीर्षक:कौन कहता हैं कि..?