धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
जीवन जीने का सुख भोगो, फिर मर जाने से क्या डरना ll
मुहब्बत की हैं जमाने से ,फिर रुसवाई से क्या डरना l
तुम साथ चलो कुछ कदम मेरे, फिर लोकलाज से क्या डरना ll