धूप में साया।
धूप में साया बन कर रहते है।
साथ रहते है पर बात ना करते है।।
गर पूंछो तो सदा टाल देते है।
यूं भी सनम इश्क में सजा देते है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
धूप में साया बन कर रहते है।
साथ रहते है पर बात ना करते है।।
गर पूंछो तो सदा टाल देते है।
यूं भी सनम इश्क में सजा देते है।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️