(((((( (धूप ठंढी मे मुझे बहुत पसंद है))))))))
(((((( (धूप ठंढी मे मुझे बहुत पसंद है))))))))
जिसके लिए मै कई दिनों तक तरसा
वो आज एक मोड पर मुझे दिखा
लेकिन फिर चला गया
बहुत दुख हुआ घर जहा दिखा वहाँ से घर तक रोते हुए आया लेकिन कुछ मतलब नही मिला और घर आया बताने लगा तो लोग पूछने लगे की कौन है….?
तो मैने बताया की धूप आज प्रतापगढ़ मे सामने आया लेकिन फिर चला गया 19/01/2024
(मेरे अनुभव… ऋतुराज वर्मा)