Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Nov 2021 · 2 min read

“धरती माता”

“धरती माता”
????

ये धरती माता है, क्या – क्या नहीं सहती !
एक माॅं की ही तरह हर दु:ख वो हैं सहती !
हर अच्छे-बुरे कर्मों का गवाह वो है रहती !
मनुष्य की हर कृति का राज़ वो है जानती !
इतने दु:ख सहकर भी माॅं कुछ नहीं कहती !
बस, हॅंसते-हॅंसते वो सब कुछ ही झेल जाती !
सभी जीव-जंतुओं को संतान की तरह पालती !
अपनी ही छत्रछाया में सबको ही शरण दे देती !
बदले में कभी किसी से कुछ भी नहीं वो लेती !
जन्म से लेकर मृत्यु तक की हर साधन वो देती !
हर प्राणी के जीवन-यापन का सहारा वो बनती !
हर तरह के सुख-सुविधा धरा पे उपलब्ध होते !
पर्वत, पठार, नदियाॅं, वन, कृषि क्षेत्र यहीं पे होते !
मौज-मस्ती, भ्रमण-स्थल का यहीं पे दीदार होता !
लहलहाती फसलें कृषक-जीवन का आधार होती !
ये सब धरती माता की गोद में ही फलती-फूलती !
धरती माता कितनों की ज़िंदगी को सांसें देती है !
पर हम सब इस माॅं का कितना ख़्याल रख पाते हैं !
दिन-रात क्षुद्र स्वार्थ हेतु सब दोहन पर उतर जाते हैं !
हद तब होती जब मानव हरकतों से बाज नहीं आते !
धरती माता तब जाकर अपना क्रूर रूप दिखलाती !
प्राकृतिक आपदाओं के रूप में वो गुस्सा दिखलाती !
इन घटनाओं से सबक सीखकर हम सचेत हो जाएं !
इस धरती माता को आगे किसी नुकसान से बचाएं !
आगे चलकर इस धरती पर कोई संकट ना गहराए !
समस्त प्राणी इस धरती पर चैन से जीवन जी पाएं !
ये धरती माता है, इसे माता की ही तरह पूजते जाएं !!

स्वरचित एवं मौलिक ।
सर्वाधिकार सुरक्षित ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 06 नवंबर, 2021.
“”””””””””””””””””””””””””””””””
?????????

Language: Hindi
6 Likes · 2 Comments · 762 Views

You may also like these posts

रामचरितमानस और गीता गाएंगे
रामचरितमानस और गीता गाएंगे
राधेश्याम "रागी"
- बंदिश ए जिन्दगी -
- बंदिश ए जिन्दगी -
bharat gehlot
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
Manoj Mahato
अभी कहाँ विश्रांति, कार्य हैं बहुत अधूरा।
अभी कहाँ विश्रांति, कार्य हैं बहुत अधूरा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
2491.पूर्णिका
2491.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
" न्यारा पूनिया परिवार "
Dr Meenu Poonia
Bundeli Doha - birra
Bundeli Doha - birra
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुझमें वो क्या
तुझमें वो क्या
Chitra Bisht
पापा
पापा
Lovi Mishra
बुरे वक्त में भी जो
बुरे वक्त में भी जो
Ranjeet kumar patre
जुगनू का व्यापार।
जुगनू का व्यापार।
Suraj Mehra
छत्रपति वीर शिवाजी।
छत्रपति वीर शिवाजी।
Sonit Parjapati
बच्चों के खुशियों के ख़ातिर भूखे पेट सोता है,
बच्चों के खुशियों के ख़ातिर भूखे पेट सोता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
Anamika Tiwari 'annpurna '
అందమైన దీపావళి ఆనందపు దీపావళి
అందమైన దీపావళి ఆనందపు దీపావళి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
शेर
शेर
*प्रणय*
मेरा दामन भी तार- तार रहा
मेरा दामन भी तार- तार रहा
Dr fauzia Naseem shad
मिट्टी में लाल
मिट्टी में लाल
seema sharma
नववर्ष नैवेद्यम
नववर्ष नैवेद्यम
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*क्रोध की गाज*
*क्रोध की गाज*
Buddha Prakash
लेखाबंदी
लेखाबंदी
Deepali Kalra
"हमें इश्क़ ना मिला"
राकेश चौरसिया
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
मैं अकेला ही काफी हू  जिंदगी में ।
मैं अकेला ही काफी हू जिंदगी में ।
Ashwini sharma
शहर में आग लगी है
शहर में आग लगी है
VINOD CHAUHAN
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
बूढ़े लोग।
बूढ़े लोग।
Kumar Kalhans
"अल्फ़ाज़ "
Dr. Kishan tandon kranti
विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया
विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...