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24 Apr 2024 · 1 min read

“धरती गोल है”

“धरती गोल है”
चाहे वक्त की कोई भी आहट हो
जमीर कभी ना गुलाम कीजिए,
धरती गोल है कहीं मुलाकात होगी
कभी आखिरी ना सलाम कीजिए।

3 Likes · 3 Comments · 151 Views
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