धरती का स्वर्ग
खूबसूरत वन
जिसके बीच सड़क बनीं है
सड़क के दोनों ओर पहाड़ हैं
आगे जाने पर झरना
जिससे पानीं बह रहा है
स्नान करने की कामना होती है
पीपल की एक डाल पर
कोयल कूक रही है
एक हिरण भाग रहा है
जिसके पीछे शेर है
धरती पर हरी हरी घास है
पहाड़ पर बड़ा सा पत्थर है
जिस पर बैठ कर खूबसूरत दृश्य
देखती रह जाती हैं आंखें अपलक
मन शांत है , शरीर स्थिर है
समीप में एक खेत है
जिस पर युवती के खुले केशों की भांति
फसल लहरा रही है
खेत के किनारे एक झोपड़ी है
झोपड़ी में किसान है
झोपड़ी के पास खूंटे में दो गाय बंधीं हैं
मानों कामधेनु हों
ऐसा सुख, ऐसी शांति पाने वाले धन्य हैं
शायद यही है धरती का स्वर्ग