धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
_____________
एक बार की बात
हमारे घर पर आए बादल,
भरा हुआ था उनके भीतर
ढेर साफ जल ही जल।।
हमने डुबकी खूब लगाई
जमकर खूब नहाए,
हमें बिठाकर फिर बादल
नीले नभ तक ले आए।।
बैठ बादलों पर दुनिया का
देखा मधुर नजारा,
धन्यवाद बादल भैया
सौ-सौ आभार तुम्हारा ।।
——————————-
रचयिता ःरवि.प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 999761 5451