धड़कनों की सदा।
काश सुन पाता तू मेरी धड़कनों की सदा।
तो फिर कभी ना कहता यूं हमको बेवफा।।
किसी से तवक्को नही है खुदा के सिवा।
उससे बस तुझे मांगता हूं ए मेरे हमनवां।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
काश सुन पाता तू मेरी धड़कनों की सदा।
तो फिर कभी ना कहता यूं हमको बेवफा।।
किसी से तवक्को नही है खुदा के सिवा।
उससे बस तुझे मांगता हूं ए मेरे हमनवां।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️