दो वक़्त की रोटी
दिनभर मेहनत कर धूप में पसीने से नहाता हैं,
तब जाके वो “कृष्ण”
घरवालों के लिए दो वक़्त की रोटी का जुगाड कर पाता हैं!
– कृष्ण सिंह
दिनभर मेहनत कर धूप में पसीने से नहाता हैं,
तब जाके वो “कृष्ण”
घरवालों के लिए दो वक़्त की रोटी का जुगाड कर पाता हैं!
– कृष्ण सिंह