Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2020 · 1 min read

दो दिन का मेहमान……

तुम पत्थर फेकों मै फूल बरसाता हूं। 2
तुम जहर उगलो मै अमृत कहीं से लाता हूं।

आज़ाद तुम भी हो ,आजाद में भी हूं। 2
तुम दफनाते हो मैं अभी भी कफ़न में हूं।

आइना तेरे पास भी,आइना मेरे पास भी है। 2
तुम चेहरा देखते हो ,मैं खुद को देखता हूं।

Language: Hindi
1 Like · 265 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोहा
दोहा
sushil sarna
*** तूने क्या-क्या चुराया ***
*** तूने क्या-क्या चुराया ***
Chunnu Lal Gupta
"मिलते है एक अजनबी बनकर"
Lohit Tamta
हम आगे ही देखते हैं
हम आगे ही देखते हैं
Santosh Shrivastava
लिखू आ लोक सँ जुड़ब सीखू, परंच याद रहय कखनो किनको आहत नहिं कर
लिखू आ लोक सँ जुड़ब सीखू, परंच याद रहय कखनो किनको आहत नहिं कर
DrLakshman Jha Parimal
अच्छा रहता
अच्छा रहता
Pratibha Pandey
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
नेताम आर सी
*बाल गीत (मेरा प्यारा मीत )*
*बाल गीत (मेरा प्यारा मीत )*
Rituraj shivem verma
***
*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! " ***
VEDANTA PATEL
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
थक गया दिल
थक गया दिल
Dr fauzia Naseem shad
2610.पूर्णिका
2610.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पानी  के छींटें में भी  दम बहुत है
पानी के छींटें में भी दम बहुत है
Paras Nath Jha
"मानद उपाधि"
Dr. Kishan tandon kranti
छोड़ कर मुझे कहा जाओगे
छोड़ कर मुझे कहा जाओगे
Anil chobisa
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
रिश्तों में वक्त नहीं है
रिश्तों में वक्त नहीं है
पूर्वार्थ
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
Shashi kala vyas
एक पंथ दो काज
एक पंथ दो काज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
💐प्रेम कौतुक-540💐
💐प्रेम कौतुक-540💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वार
वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
■ आज का विचार
■ आज का विचार
*Author प्रणय प्रभात*
कैसे रखें हम कदम,आपकी महफ़िल में
कैसे रखें हम कदम,आपकी महफ़िल में
gurudeenverma198
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
Suryakant Dwivedi
शाश्वत सत्य
शाश्वत सत्य
Dr.Pratibha Prakash
पहला कदम
पहला कदम
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
Johnny Ahmed 'क़ैस'
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha
खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
Loading...