दोस्ती तेरी मेरी
किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है….!!
ना समझ हु में थोड़ा प्यार में,
समझा नहीं पाया कोई मुझे….!!
मोहब्बत तुम्हारी समझ ने बैठा हूं मैं,
तुम्हारी मोहब्बत है या दोस्ती समझा नहीं पाया कोई मुझे….!!
कहे कलम घनश्याम की तुम्हारे दिल का रास्ता ढूंढ ने बैठा हूं मैं,
किस सफर पर मिलेगा साथ तुम्हारा ये समझा नहीं पाया कोई मुझे….!!