# देशप्रेम-स्वदेशी अपनाओ
देशी वस्तु खरीदिए , देश प्रेम की बात।
अर्थव्यवस्था ठीक हो , देश बढ़े दिन रात।।
देश बढ़ा तो हम बढ़े , खुद ही होंगे सिद्ध।
आत्मनिर्भर बनें सभी , होंगे तभी प्रसिद्ध।।
कठिन समय ये सीख दे , होना मत भयभीत।
रीति नीति बदलो अभी , होगी प्रीतम जीत।।
संग समय के तुम चलो , ज्यों चलते दिन रात।।
हर संकट का हल यहाँ , रजनी बाद प्रभात।।
कमज़ोर बहाना करें , बलवान करें काम।
चाल चलन जिसका सही , उसका ऊँचा नाम।।
-आर.एस.प्रीतम
सर्वाधिकार सुरक्षित रचना