देखो ! आया त्योहार आया….
देखो ! आया त्योहार आया….
????????
घर – घर मन रही ,
खुशियों की दीवाली ।
पग – पग सज रही ,
दीपमाला कितनी सारी ।।
देखो ! आया त्योहार आया ,
उमंगों की बौछार लाया ।
तिमिर को दूर भगा कर ,
चहुॅंओर उजियारा लाया ।।
बच्चे तो खूब धूम मचा रहे ,
बूढ़े भी उन्हें खूब बता रहे ।
प्रदूषण मुक्त दीपावली का ,
इक सुंदर सा पाठ पढ़ा रहे ।।
युवाओं का अलग अंदाज है ,
बदला-बदला सा मिज़ाज है ।
जिम्मेदारी का भी अहसास है ,
सारे कार्यों का ही दारोमदार है।।
महिलाओं की तो बात ही ग़ज़ब है ,
साज-सज्जा, श्रृंगार भी अलग है ।
पूजन-अर्चन के कार्य में व्यस्त हैं ,
पटाखे फुलझरियों में भी मस्त हैं ।।
कुछ पल में ये दीवाली बीत जाएगी ,
दीपक का उजाला ॲंधेरा भगाएगी ।
असत्य पूरी तरह से पराजित होगा ,
सत्य का साम्राज्य अब सुरभित होगा।।
दीवाली समाज में खुशहाली लाएगी ,
ऊंच-नीच, भेदभाव को दूर भगाएगी ।
घृणा-द्वेष,रंजिश को भूलना सिखाएगी ,
प्रेम व भाईचारे का आवरण पहनाएगी।।
अंतर्मन के अंधकार जब छंट जाएंगे ,
तो ज्ञान के पुंज स्वत: ही खुल जाएंगे ।
सही राह पर हम सतत् चलते ही जाएंगे ,
तो निश्चय ही हम अपनी मंज़िल को पाएंगे।।
स्वरचित एवं मौलिक ।
सर्वाधिकार सुरक्षित ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 04 नवंबर, 2021.
“”””””””””””””””””””””””””””””””
?????????