देखना मत राह मेरी
देखना मत राह मेरी
मेरा ठिकाना है कहाँ
आज ठहरा हूं लेकिन
कल दूर जाना है वहाँ।
खुद भटकता हूँ जहाँ पर
बना नही सकता सहारा
कौन है ? जो कह रहा
छोड़ो नही दामन हमारा।
देखना मत राह मेरी
मेरा ठिकाना है कहाँ
आज ठहरा हूं लेकिन
कल दूर जाना है वहाँ।
खुद भटकता हूँ जहाँ पर
बना नही सकता सहारा
कौन है ? जो कह रहा
छोड़ो नही दामन हमारा।