दूध का दूध पानी का पानी
दूध की नदी
हो गया पानी–पानी
स्वार्थ के वास्ते जब
उतरा
मनुष्य के तन–मन से सारा पानी।
हो गया था उजागर
दूध का दूध पानी का पानी।
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दूध की नदी
हो गया पानी–पानी
स्वार्थ के वास्ते जब
उतरा
मनुष्य के तन–मन से सारा पानी।
हो गया था उजागर
दूध का दूध पानी का पानी।
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