“दुर्भाग्य”
“दुर्भाग्य”
दुर्भाग्य है देश का
आदर्श बन रहे वे लोग
जो तलवे चाट कर
अमर पद पा गए,
आवारा कुत्तों की तरह
मार झपट्टा खा गए।
सरकार की बोली सुनकर
हौले से मुस्कुरा दिए,
जंग लगी तलवारें दिखाकर
विजेता तक कहला गए।
“दुर्भाग्य”
दुर्भाग्य है देश का
आदर्श बन रहे वे लोग
जो तलवे चाट कर
अमर पद पा गए,
आवारा कुत्तों की तरह
मार झपट्टा खा गए।
सरकार की बोली सुनकर
हौले से मुस्कुरा दिए,
जंग लगी तलवारें दिखाकर
विजेता तक कहला गए।