दुनिया में हाहाकार
जब मानवता होती शर्मसार ,प्रकृति छोड़ देती है साथ।
प्रलय-आपात छा जाता है,हर-ओर हाहाकार मच जाता है।
लोक,शासन,प्रशासन सब मारे-मारे फिरते हैं,अफ़सोस अपनी करनी पर पश्चाताप के साथ करते हैं।
ऐसे ही हाहाकार मचाये एक बीमारी आयी है।
सड़कों पर सन्नाटा बुनकर सिर्फ़ अकेले छायी है।।
जन्म लिया वुहान शहर में, पली बढ़ी फ्रांस ,इटली अमेरिका।
बिन बीजा बिन पासपोर्ट के, शैर किया है सभी देशों का।।
संक्रमण की बीमारी है , बनी ये महामारी है।
इससे संक्रमित जो मिले हैं, दमा, खाँसी, सर्दी,ज़ुखाम लिये हैं।।
रोग प्रतिरोधक कम होने से, पकड़ लेता है सिर्फ़ छुने से।
फेफड़े को बीमार बनाता, फिर कोई उपाय काम न आता।।
अदृश्य रूप में रहती है ,स्पर्श से साथ आ जाती है।
चौदह दिनों में ये अपना पूर्ण प्रभाव दिखाती है।।
स्वास्थ्य संगठनों ने इसे महामारी कह चिंता जताया है।
महामारी के इस कारण को corona virus या covid19 बताया है।
बुढ्ढे, बच्चे या हो जवान, सभी को कर सकता है बीमार।
दुःखी, इस बात से है संसार, नहीं है इसका समुचित उपचार।।
इससे गर बचना है हमको, दूरी ,मास्क, सेनेटाइजर रखना है हम सबको।
नही है कोई और उपाय , स्वयं की सुरक्षा एक उपाय।
MARS, SARS जैसे मिट गये,कोरोनाकाल भी मिट जायेगा।
डटे रहें चुनौतियों संग निष्ठा से,हर समस्या हल हो जायेगा।।
मानव जीवन अनमोल रत्न है, सदा रखें इसे सजाकर।
भेदभाव,संकीर्णता से प्रतिपल रखें इसे बचाकर।।
सर्वेश यादव,शोधार्थी