दुनिया को दिल पे मत ले यार
आज फिर से तेरा दिल टूटा
आज फिर से मिला तुझे धोखा,
ख़ुद को कंधा देते तू थक रहा,
लग रही हर पल एक सज़ा,
ना ही मिल रही है छाँव,
ना मिल रहा है प्यार
ये कैसे रास्ते हैं यार?
जब हर जगह दिखे सिर्फ़ अंधेरा
तब फिर से अपने आप को सँभाल
दुनिया को दिल पे मत ले यार|