Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2024 · 1 min read

हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे

हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
लेकिन तुमको हम जैसे जिंदगी मे एक बार मिलेंगे
कल मुझको सालो बाद देखकर खूब रोया वो
जो जाते वक़्त कह रहा था वो जा तेरे जैसे हजार मिलेंगे

23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शक
शक
Paras Nath Jha
#मुझे_गर्व_है
#मुझे_गर्व_है
*Author प्रणय प्रभात*
अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना।
अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना।
Taj Mohammad
सूखा पत्ता
सूखा पत्ता
Dr Nisha nandini Bhartiya
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
Shweta Soni
निराशा एक आशा
निराशा एक आशा
डॉ. शिव लहरी
मैंने रात को जागकर देखा है
मैंने रात को जागकर देखा है
शेखर सिंह
सुनो मोहतरमा..!!
सुनो मोहतरमा..!!
Surya Barman
जीवन को अतीत से समझना चाहिए , लेकिन भविष्य को जीना चाहिए ❤️
जीवन को अतीत से समझना चाहिए , लेकिन भविष्य को जीना चाहिए ❤️
Rohit yadav
किसने तेरा साथ दिया है
किसने तेरा साथ दिया है
gurudeenverma198
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
Dr MusafiR BaithA
* दिल बहुत उदास है *
* दिल बहुत उदास है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हाँ मैं किन्नर हूँ…
हाँ मैं किन्नर हूँ…
Anand Kumar
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गांधी जी का चौथा बंदर
गांधी जी का चौथा बंदर
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
Shashi kala vyas
*प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है(गीत)*
*प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है(गीत)*
Ravi Prakash
राखी (कुण्डलिया)
राखी (कुण्डलिया)
नाथ सोनांचली
बात खो गई
बात खो गई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
क्रिकेट का पिच,
क्रिकेट का पिच,
Punam Pande
खेल खिलाड़ी
खेल खिलाड़ी
Mahender Singh
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"भलाई"
Dr. Kishan tandon kranti
देखते देखते मंज़र बदल गया
देखते देखते मंज़र बदल गया
Atul "Krishn"
रामकली की दिवाली
रामकली की दिवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
क्या अजब दौर है आजकल चल रहा
क्या अजब दौर है आजकल चल रहा
Johnny Ahmed 'क़ैस'
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
Anil "Aadarsh"
कोई पैग़ाम आएगा (नई ग़ज़ल) Vinit Singh Shayar
कोई पैग़ाम आएगा (नई ग़ज़ल) Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
Loading...