दुनियां में सब नौकर हैं,
दुनियां में सब नौकर हैं,
मालिक जग का एक है।
कर्ता, धर्ता,पालनकर्ता,
जग में केवल एक है।
जब तक जग में रहना है,
कठिन परिश्रम करना है।
लेकर उर में नव उल्लास,
कर्म निरंतर करना है ।
दुनियां में सब नौकर हैं,
मालिक जग का एक है।
कर्ता, धर्ता,पालनकर्ता,
जग में केवल एक है।
जब तक जग में रहना है,
कठिन परिश्रम करना है।
लेकर उर में नव उल्लास,
कर्म निरंतर करना है ।