दुआ भी चाहिए
मेहनत,लगन, रूपया के साथ दुआ भी चाहिए
रोटी, कपड़ा, मकान के साथ हवा भी चाहिए
पुराने संस्कारों को हम दिल में संजोए रहें
पुराने रीति रिवाजों के साथ नया भी चाहिए
औरत -मर्द से कंधा मिलाकर चले जरूर
रहें मर्यादाओं में नजरों में हया भी चाहिए
कोई भी खुद को मुकम्मल नहीं कह सकता
बुढो का तजरूबा ताकत के लिए जवां भी चाहिए
बचाव -बचाव सुनकर सब उब रहे” नूरी”
अब तो कोरोनावायरस का दवा भी चाहिए
नूरफातिमा खातून” नूरी”
२५/३/२०२०