दुआओं का असर…
दुआओं का असर…
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शिक्षा से तो सिर्फ ज्ञान बढ़ता है ,
किस्मत तो अर्जित होता है,
संस्कारयुक्त कर्मों से ।
मत भूलो माता-पिता का मोम सा दिल तुम ,
उसे अपने ज्ञान की लौ से कभी पिघलाना मत ।
क्योंकि उनकी दुआओं का असर ही ,
तेरे मुकद्दर का किताब लिखता है ।
माँ-बाप तो परछाई से भी बढ़कर होते ,
जो अंधेरे में भी साथ नहीं छोड़ते ,
एहसान किए होते यदि अतीत में ,
तो पुण्य फलित होता भविष्य में ।
सत्कर्म और दुआओं के बल पे ही तो,
ये संसार चलता है ।
ज्ञान का दीपक जो जला है ,
उसे विज्ञान से दीप्तिमान करो फिर,
संस्कार की छतरी सजा लो।
नित रोज दुआओं का टीका लगाकर ,
संसार को मुट्ठी में कर लो तुम।
दुआओं के असर से ही तो मनुष्य का,
नसीब बनता है ।
मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – २० /१२ /२०२१
कृष्ण पक्ष , प्रतिपदा , सोमवार
विक्रम संवत २०७८
मोबाइल न. – 8757227201