दीवाना दीवानी
****दीवाना-दीवानी******
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बीत गई घड़ी बहुत सुहानी
दीवाने संग रहती थी दीवानी
दिल में थे प्रेम के अफसाने
मनमोहिनी सूरत के दीवाने
चंदा की मूरत थी वो दीवानी
दीवाने संग रहती थीं दीवानी
मोटी आँखें सुंदर नैन कटोरे
भंवरों के लगते फूलों पर डेरे
नशीली नजरों वाली दीवानी
दीवाने संग रहती थी दीवानी
मेघों सी गर्जन सी वो हंसती
नागिन जैसे वो रहती डसती
नाज़ वाली नखरीली दीवानी
दीवाने संग रहती थी दीवानी
गोरा वर्ण श्वेत दूग्ध सी काया
चढ़ता यौवन दीवाना बनाया
चाँद सी शीत शालीन दीवानी
दीवाने संग रहती थी दीवानी
संग जीने का किया था वादा
सुखविंद्र नेक बेहद था इरादा
मंझदार छोड़ गई वो दीवानी
दीवाने संग रहती थी दीवानी
बीत गई घड़ी बहुत पुरानी
दीवाने संग रहती थी दीवानी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)