दीप
एक दीप
जलाये मिलकर
हम
देश के वीर जवानों
के लिए
एक दीप
जलाये हम
हमारे बुजुर्गो
के साथ
न छोड़े कभी
अकेला
एक दीप
जलाये हम
परिवार के साथ
न बिछड़े कोई
एक दीप
जलाये हम
देश के नाम
जो रचे रोज
विकास समृद्धि
का इतिहास
दीपावली
मनाये हम
एकता सद्भाव
के साथ
शुभ दीपोत्सव
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल