दीपक से तूने मुझको काजल बना दिया
दीपक से तूने मुझको काजल बना दिया
सूरज ने यूं चमक कर बादल बना दिया
मैंने प्यार किया तुझसे तूने मार मुझको डाला
प्यार करके तूने मुझको पागल बना दिया
ये दुनिया बडी शातिर बचके तू इससे रहना
खेल मेरे दिल को उसने पाजल बना दिया
बेखोंप ये जमाना चलना जरा संभल के
“कृष्णा” को तूने दिल से घायल बना दिया
कृष्णकांत गुर्जर