Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2019 · 1 min read

दिव्य कुम्भ

दिव्य कुम्भ

दिव्य कुम्भ की
बात निराली
छायी सब पर
संगम की हरियाली
स्नान ध्यान पूजा
अर्चन संगम पर
सब संतों ने प्रयागराज में
धूनी रमाली ।।

आस्था का यह
पर्व है भारी
संगम पर उमड़ी
दुनिया सारी
राम नाम के जयकारे से
गूंजे गंगा तीर
राम मंदिर बनवाने को
धर्म सभा हुई है भारी।।

कोई साधु कोई नागा
विविध भेष में आए कपाली
जय जयकार महादेव की
करते है मुनि दरबारी
भगवा रंग में रंगे सभी
जनमानस और वीर
जनम सफल को देखो
गोता मारे सब नर नारी।।

संगम घाट पर छायी देखो
कैसी छटा निराली
देवलोक भी उमड़ पड़ा
देख संगम की हरियाली
रजत चांदनी बिखर पड़ी है
संगम के अब तीर
तीनो गंगा जमुना सरस्वती की
संगम है निराली ।।

“”””””””””सत्येन्द्र बिहारी””””””””

Language: Hindi
445 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तोड़ डालो ये परम्परा
तोड़ डालो ये परम्परा
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल (गहराइयाँ ग़ज़ल में.....)
ग़ज़ल (गहराइयाँ ग़ज़ल में.....)
डॉक्टर रागिनी
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
2971.*पूर्णिका*
2971.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
Meenakshi Masoom
न पाने का गम अक्सर होता है
न पाने का गम अक्सर होता है
Kushal Patel
खुद को सही और
खुद को सही और
shabina. Naaz
कभी भी आपका मूल्यांकन किताब से नही बल्कि महज एक प्रश्नपत्र स
कभी भी आपका मूल्यांकन किताब से नही बल्कि महज एक प्रश्नपत्र स
Rj Anand Prajapati
निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को कभी न छोड़े, क्योंकि लक्ष्य म
निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को कभी न छोड़े, क्योंकि लक्ष्य म
Ranjeet kumar patre
*जो सत्य सनातन का गायक, जो भगवा को लहराता है (राधेश्यामी छंद
*जो सत्य सनातन का गायक, जो भगवा को लहराता है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
"खूबसूरत आंखें आत्माओं के अंधेरों को रोक देती हैं"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रतन टाटा जी..!!
रतन टाटा जी..!!
पंकज परिंदा
मन, तुम्हें समझना होगा
मन, तुम्हें समझना होगा
Seema gupta,Alwar
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
Neelam Sharma
हिम्मत कभी न हारिए
हिम्मत कभी न हारिए
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मारे गए सब
मारे गए सब "माफिया" थे।
*प्रणय*
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
पानी की खातिर
पानी की खातिर
Dr. Kishan tandon kranti
पुष्पों की यदि चाह हृदय में, कण्टक बोना उचित नहीं है।
पुष्पों की यदि चाह हृदय में, कण्टक बोना उचित नहीं है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
🌹खूबसूरती महज....
🌹खूबसूरती महज....
Dr .Shweta sood 'Madhu'
अन्तिम स्वीकार ....
अन्तिम स्वीकार ....
sushil sarna
विवशता
विवशता
आशा शैली
यादों से निकला एक पल
यादों से निकला एक पल
Meera Thakur
जितने भी मशहूर हो गए
जितने भी मशहूर हो गए
Manoj Mahato
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
रंग प्यार का
रंग प्यार का
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
🌸 सभ्य समाज🌸
🌸 सभ्य समाज🌸
पूर्वार्थ
World Emoji Day
World Emoji Day
Tushar Jagawat
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
हाजीपुर
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
Chunnu Lal Gupta
Loading...