दिवाली
जगमग जगमग करती आई, आई प्यारी दीबाली।
चहुँ दिशा खुशहाली लाई, खुशियाँ लाई दीबाली ।।
बच्चों को फुलझड़ी फटाखे, तस्मै लाई दिवाली l
घर आंगन की साफ सफाई, करती आई दीबाली।।
धन दौलत और सौहरत लाई आई प्यारी दिवाली।
जगमग जगमग करती आई, आई प्यारी दीबाली।
“कृष्णा”कहता दिल से यार तुम्हे मुबारक दीबाली।
अधियारे को चली भगाने, दोड़ी आई दिवाली।।
✍कृष्णकांत गुर्जर