दिवाली
हर घर मे एक
उम्मीद का दिया जलने दो,
घर आंगन में
खुशियों की रंगोली बनने दो
आधार हो अपनो का
हर मुश्किल आसान हो
बेशर्त प्रेम भाव का
फूल मन आंगन में खिलने दो
नए भाव से, नए रंग से
रोशन जंहा को करते है
आनंद, उत्साह और मीठे का
तोरण हर द्वार पर सजने दो…
– प्रोफ़ेसर दिनेश गुप्ता (आनंदश्री)