दिवाली का अभिप्राय है परस्पर मिलना, जुलना और मिष्ठान खाना ,प
दिवाली का अभिप्राय है परस्पर मिलना, जुलना और मिष्ठान खाना ,प्यार बांटना।
मगर कुछ मूर्ख लोग का काम है फिजूल खर्ची पटाखों पर करना ,
और वातावरण को दमघोटू बनाना।
दिवाली का अभिप्राय है परस्पर मिलना, जुलना और मिष्ठान खाना ,प्यार बांटना।
मगर कुछ मूर्ख लोग का काम है फिजूल खर्ची पटाखों पर करना ,
और वातावरण को दमघोटू बनाना।