– दिल ये नादान है –
– दिल ये नादान है –
है यह दिल नादान तुझ पर ही मरता है,
सिर्फ और सिर्फ तुझे ही प्यार करता है,
वो नही जानता तुम कौन हो तुम्हारी क्या है जात,
तुम्हारे बिना इसको न ही दिन को चैन है न रातों को आराम,
तुम्हे चाहता है बस वो उसे न पता है की तुम्हारी हैसियत क्या है,
तेरा चेहरा न देखे तो उदासी छा जाती है मन में,
न जाने उसकी आरजू क्या है,
वो तेरे लिए मुझे तड़पाता है,
ईश्वर जाने उसका इरादा क्या है,
दिल है नादान तुझ पर ही मरता है ,
सिर्फ और सिर्फ तुझे ही प्यार करता है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान